मसालों में उठापटक जारी है। इलायची, जीरे में तेज गिरावट नजर आ रही है लेकिन हल्दी की कीमतों में रिकवरी देखी गई है। उधर हाजिर बाजारों में कमजोरी के बावजूद वायदा में कॉटन तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। MCX पर दाम 0.75 प्रतिशत बढ़े हैं। कपास खली में भी बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। दूसरी तरफ मसालों में उठापटक जारी है। इलायची, जीरे में तेज गिरावट नजर आ रही है लेकिन हल्दी की कीमतों में रिकवरी देखी गई है।
कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ा है जबकि ब्रेंट के दाम 58 डॉलर के करीब पहुंच गये हैं। घरेलू बाजार में 1 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। वहीं, चीन के खराब इकोनॉमिक आंकड़ों से डिमांड को लेकर चिंता बनी हुई है।
बुलियन की बात करें तो सोने-चांदी में निचले स्तर से रिकवरी दिखाई दी है। कॉमेक्स पर सोना 1500 डॉलर के करीब पहुंच गया है और घरेलू बाजार में सोने के दाम 38 हजार 3 सौ के ऊपर पहुंच गये हैं।
इस बीच अच्छे ग्लोबल संकेतों के बावजूद निकेल में लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट नजर आई है। MCX पर दाम 1.25 प्रतिशत गिरे हैं। लेकिन लेड और जिंक की कीमतों में रिकवरी दर्ज की गई है।
सोना छोटे दायरे में
सोना छोटे दायरे में कारोबार कर रहा है क्योंकि Brexit को लेकर ब्रिटेन-EU बैठक से पहले बाजार में एहतियात बरता जा रहा है। ब्रिटेन-EU के बीच गुरुवार से बैठक होगी जिसके बाद कुछ हलचल नजर आने की संभावना है। दूसरी तरफ US फेडरल रिजर्व की बैठक पर भी बाजार की नजर है।
सोने की डिमांड सुस्त
देश में दशहरे पर सोने की डिमांड करीब 50 प्रतिशत कम रही है। सोने में आधिकारिक भाव पर 20 डॉलर का डिस्काउंट दिया गया है। सुस्त मांग के चलते सितंबर में सोने का इंपोर्ट 68 प्रतिशत गिरा है।
TURKEY पर US ने सख्ती दिखाई है। यूएस ने टर्की से ट्रेड डील पर बातचीत बंद कर दी है। अमेरिका ने TURKEY से स्टील इंपोर्ट पर 50 प्रतिशत ड्यूटी लगाई है।