Gold Market Report, 19 July 2023: सोने की कीमत (Yellow Metal Price) एक महीने से काफी बढ़ रही है। भारत में इसकी कीमत 54 हजार प्रति 10 ग्राम के उपर चला गया है। शायद इसी कारण है कि पूरी दुनिया में सोने की मांग (Gold Demand) घटी है। लेकिन अपने यहां (भारत) की बात अलग है। भारत में तो इस साल पहली तिमाही में सोने की डिमांड में 43 प्रतिशत की तेज़ी आयी।
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डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में हुआ है खुलासा
विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पहले तिमाही में सोने की मांग सालाना आधार पर 43 फीसदी से अधिक रही। हालांकि मुद्रास्फीति, रुपया-डॉलर दरें और नीति संबंधी कदमों समेत कई कारक होंगे जो आगे जाकर उपभोक्ताओं की धारणाओं को प्रभावित करेंगे। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में बताया गया कि अप्रैल से जून के दौरान भारत में सोने की मांग 170.7 टन रही जो 2021 की समान अवधि की मांग 119.6 टन से 43 फीसदी अधिक है।
मूल्य के हिसाब से 54 फीसदी की बढ़ोतरी
सोने की मांग पर डब्ल्यूजीसी ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक यदि मूल्य के हिसाब से भारत में सोने की मांग जून तिमाही में 54 प्रतिशत बढ़कर 79,270 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले यानी वर्ष 2020-2021 की पहली तिमाही में 51,540 करोड़ रुपये की सोने की मांग थी।
अक्षय तृतीया और लगन में मांग 50 फीसदी की बढ़त हुई।
डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय सीईओ (India) सोमसुंदरम पी आर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अक्षय तृतीया के साथ ही वैवाहिक सीजन शुरू होने से आभूषणों की मांग 50 फीसदी बढ़कर 140.3 टन रही।’’ उन्होंने बताया कि 2022 के लिए डब्ल्यूजीसी ने मांग परिदृश्य 800-850 टन का रखा है हालांकि आने वाले वक्त में मुद्रास्फीति, सोने की कीमत, रुपया-डॉलर दरें और नीतिगत कदम समेत अन्य कारक उपभोक्ताओं की धारणाओं को प्रभावित करेंगे। उन्होंने बताया कि कैलेंडर वर्ष 2021 में सोने की कुल मांग 797 टन थी।
सोने में हो रही है रिसाइकिलिंग
जून तिमाही में, भारत में सोने की रिसाइकिलिंग 18 प्रतिशत बढ़कर 23.3 टन रहा। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 19.7 टन था। इस तिमाही में सोने का आयात भी 34 प्रतिशत बढ़कर 170 टन हो गया जो 2021 की समान अवधि में 131.6 टन था।
पूरी दुनिया भर में घटी सोने की मांग
रिपोर्ट के अनुसार सोने की वैश्विक मांग सालाना आधार पर आठ फीसदी घटकर 948.4 हो गई। 2021 की जून तिमाही में यह 1,031.8 टन थी। डब्ल्यूजीसी में वरिष्ठ विश्लेषक ऐमा लुईस स्ट्रीट ने कहा, ‘‘2022 की दूसरी छमाही में सोने को लेकर खतरे और अवसर दोनों ही हैं। सुरक्षित निवेश के लिहाज से सोने की मांग बनी रहने का अनुमान है लेकिन और मौद्रिक सख्ती तथा डॉलर के और मजबूत होने की चुनौतियां भी हैं।’’