अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राजधानी में स्टेट ऑफ इमरजेंसी घोषित कर दी है. उन्होंने अपने समर्थकों की ओर से संभावित बवाल को देखते हुए ये घोषणा की. अगले सप्ताह जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद की शपथ लेनी है.
अमेरिकी प्रशासन को अंदाजा है कि इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक फिर से पूरी राजधानी में हिंसा की स्थिति बना सकते हैं. कुछ दिन पहले ही जो बाइडेन की जीत की घोषणा करते समय ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल हिल में जबरदस्त हिंसा और आगजनी की थी, जिसमें सुरक्षाकर्मियों समेत 5 लोगों की जान चली गई थी.
सोमवार को ट्रंप ने ही दिया आदेश
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) नहीं चाहते कि अब उनके समर्थक किसी भी तरह की हिंसा करें. इसीलिए 11 जनवरी से लेकर 24 जनवरी तक के लिए वॉशिंगटन में ‘स्टेट ऑफ इमरजेंसी’ की घोषणा की गई है. इस आदेश के तहत हंगामा करने वाले लोगों के खिलाफ सुरक्षा बल कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं. इस आदेश के बाद लोगों का किसी एक जगह पर इकट्ठा होना उनके लिए मुसीबत खड़ा कर सकता है.
ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर बुधवार को वोटिंग
एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद से विदाई हो रही है, तो दूसरी तरफ सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए कमर कस ली है. सोमवार को डेमोक्रेटिक पार्टी के दो सदस्यों ने ट्रंप को पद से हटाने की दो बार कोशिश की. पहली कोशिश में उप राष्ट्रपति माइक पेंस और कैबिनेट सदस्यों से कहा गया कि वो संविधान के आर्टिकल 25 का उपयोग करते हुए डोनाल्ड ट्रंप को पद से हटाएं और खुद कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर देश संभालें.
लेकिन जब रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों ने इस बिल को रोक दिया तो डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य दूसरा बिल लेकर आए. जिसमें उन्होंने ट्रंप पर महाभियोग चलाने की तैयारी कर ली है. इस बिल में कैपिटल हिल में हुई हिंसा के लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया गया है. बुधवार को इस मामले में सीनेट के सदस्य बहस करेंगे, साथ ही इसपर वोटिंग भी हो सकती है. हालांकि ऐसा करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों को क्रॉस वोटिंग करनी होगी. वर्ना ट्रंप अपने कार्यकाल के बाकी दिन आराम से पद पर रहते हुए बिता सकते हैं.
In a statement on Monday, the White House said the President’s action authorises the Department of Homeland Security (DHS) and the Federal Emergency Management Agency (FEMA) to coordinate relief efforts to alleviate the hardship and suffering caused by the emergency on the local population.
US President Donald Trump has issued an emergency declaration for the national capital here ahead of his successor Joe Biden’s inauguration on January 20, amidst threat perception to the event by federal agencies.
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In a statement on Monday, the White House said the President’s action authorises the Department of Homeland Security (DHS) and the Federal Emergency Management Agency (FEMA) to coordinate relief efforts to alleviate the hardship and suffering caused by the emergency on the local population.
The emergency in Washington DC will be effective from Monday till January 24.
It comes in the wake of last week’s violent protest, in which thousands of pro-Trump supporters stormed the Capitol building and clashed with police, interrupting a constitutional process by Congress to affirm the victory of President-elect Biden and Vice President-elect Kamala Harris in the election. Five people, including a Capitol Police officer, died in the protests.
According to the White House, the emergency declaration also provides appropriate assistance for required emergency measures, authorised under Title V of the Stafford Act to save lives and to protect property and public health and safety, and to lessen or avert the threat of a catastrophe in the District of Columbia.
Specifically, the FEMA is authorised to identify, mobilise, and provide at its discretion, equipment and resources necessary to alleviate the impacts of the emergency.
Emergency protective measures, limited to direct Federal assistance, will be provided at 100 per cent Federal funding, the White House said.
Thomas J Fargione from the DHS and Pete Gaynor, Administrator, FEMA, are the Federal Coordinating Officers for operations in the affected area.
The Federal Bureau of Investigation has warned of armed protests at all 50 US state capitals, including Washington, in the lead up to next week’s 59th Presidential inauguration. Similarly, the US National Guard Bureau has also warned of possible riots next week.