Spot Gold price tested the correctional bearish channel’s resistance and keeps its stability below it, accompanied by stochastic loss to the positive momentum gradually.
which supports the chances of resuming the expected bearish trend for the upcoming period, which its first main target located at 1447.00, reminding you that the continuation of the bearish wave depends on the price stability below 1489.00.
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Spot Gold Expected trading Resistance $1,495 & Support $1,460
Gold नए साल में इस वजह से 1500 रुपए से ज्यादा सस्ता हो सकता है
वैसे तो भारत में सोना खरीदना हमेशा ही ‘शुभ’ माना जाता है लेकिन बड़े त्योहार जैसे अक्षय तृतीया, धनतेरस-दिवाली के मौके पर, सिक्कों, सोने के बिस्कुट और यहां तक बार (छड़) के रूप में भारतीय सोने की खरीदारी (Gold Outlook 2020) करते आए हैं. हालांकि, अब वक्त बदल गया है. आज के जमाने में लोग सोने में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाते है.
देश के जाने-माने वित्तीय सलाहकार बताते हैं कि साल 2019 में अगर किसी ने गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में पैसा लगाया होता तो उसे सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने का मौका मिलता. क्योंकि बीते एक साल में सोने ने 20 फीसदी (Gold Returns in 2019) का रिटर्न दिया है. हालांकि, नए साल यानी 2020 में सोने की कीमतों में जारी तेजी अब थम सकती है. दिसंबर महीने की शुरुआत से ये देखने को भी मिला है. सोना ऊपरी स्तर से 6 फीसदी लुढ़क गया है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि रुपये की मजबूती और अमेरिका-चीन के बीच हुई ट्रेड डील की वजह से सोने आगे भी और सस्ता हो सकता है.
गोल्ड Vs शेयर बाजार– पिछले एक साल में रिटर्न की रेस में सबसे आगे सोना रहा है. लेकिन नए साल यानी 2020 में ये पिछड़ सकता है. साल 2020 में इक्विटी मार्केट यानी शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले बड़े रिटर्न हासिल कर सकते हैं. हालांकि, साल 2019 में शेयर बाजार ने निवेशकों को 14 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसके अलावा देश में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली एफडी (फिक्सड डिपॉजिट) पर 5.8 फीसदी का रिटर्न मिला है.
नए साल में सस्ता हो सकता है सोना
अब अगर साल 2020 की बात करें तो सोने के कारोबारी और कमोडिटी एक्सपर्ट्स मार्च तक सोने की कीमतों में गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं. उनका कहना है ‘ट्रेड वॉर’ को लेकर अमेरिका और चीन के बीच हुई सहमति सोने की कीमतों पर दबाव बनाएगी.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ‘पहले चरण’ की ट्रेड ट्रेड डील की वजह से सोने की कीमतें 5 फीसदी तक गिर सकती हैं. इसका मतलब हुआ कि मौजूदा स्तर से सोना 1800 रुपये प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो सकता है. वहीं, डील नहीं होने पर कीमतों में फिर से तेजी आएगी.
अमेरिका की ओर से ब्याज दरों में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. हालांकि, ग्लोबल अर्थव्यवस्थाओं में अब रिकवरी आ रही है. ऐसे में दुनियाभर के निवेशकों का रुझान सोने से हटकर फिर शेयर बाजार की ओर जा सकता है.