Dena Bank Shares Surge, Vijaya Bank, Bank of Baroda Tank on Merger News – Share prices of state-run lenders plunged on concerns that more such forced mergers may be announced by the government, said analysts. Such moves may lead to higher provisioning for bad debt and drag down profits.
Shares of Bank of Baroda fell more than 16.03%, the steepest fall since May 2004 to ₹113.45 on BSE. The drop erased nearly ₹5,700 crore of BoB’s market value.
The government on Monday disclosed plans to merge Bank of Baroda, Vijaya Bank and Dena Bank. Vijaya Bank fell 5.7% to ₹56.40, but Dena Bank surged 20% to ₹19.10.
“The merger of two strong banks (BoB and Vijaya) with a weak bank (Dena Bank) seems like a bailout package for Dena Bank, keeping aside strong bank’s minority shareholder’s interest,” said PhillipCapital in a note to its investors.
विलय के ऐलान के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 16% लुढ़का, देना बैंक का 20% चढ़ा
बीएसई पर बैंक ऑफ बड़ौदा का शेयर 16.03 फीसद बढ़कर 113.45 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। वहीं, विजया बैंक 5.69 फीसद की गिरावट के साथ 56.40 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है।
बीएसई पर बैंक ऑफ बड़ौदा की मार्केट वैल्यूएशन 5726.62 करोड़ रुपये घटकर 30013.38 करोड़ रुपये रह गई है। विजया बैंक की मार्केट कैप 442.61 करोड़ रुपये घटकर 7355.39 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं दूसरी ओर देना बैंक के शेयर्स 19.75 फीसद की बढ़त के साथ 19.10 रुपये पर कारोबार कर बंद हुआ है।
सरकारी बैंकों को मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाते सरकार ने तीन बैंकों के विलय की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक का विलय किया जाएगा। इन तीनों बैंकों को मिलाकर जो बैंक बनेगा, उसका आकार 14.82 लाख करोड़ रुपये का होगा और वह एसबीआइ तथा पीएनबी के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को इस आशय की घोषणा की। जेटली ने कहा कि इस कदम से बैंक और मजबूत होंगे तथा उनकी उधार देने की क्षमता बढ़ेगी। जेटली की अध्यक्षता वाले अल्टरनेटिव मैकेनिज्म यानी मंत्रियों के एक समूह ने यह निर्णय लिया। इस समूह में रेल मंत्री पीयूष गोयल और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल थे।
यह पहला मौका है, जब तीन बैंकों के एकीकरण की पहल सरकार ने की है। इससे पूर्व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और उसके पांच सहयोगी बैंकों का विलय तथा एसबीआइ द्वारा भारतीय महिला बैंक का अधिग्रहण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि देश में कुल 21 सरकारी बैंक हैं, जिनकी अधिकांश हिस्सेदारी सरकार के पास है। इन तीन बैंकों के विलय के बाद देश में 19 सरकारी बैंक रह जाएंगे।