Gold Silver and Wedding Season: त्योहारों और शादी का सीजन शुरू होने से पहले ही सोने (gold) और चांदी (silver) की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है, घरेलू बाजार में सोना रिकॉर्ड स्तरों के बेहद करीब पहुंच गया है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेज (MCX) पर सोने का अक्टूबर वायदा 340 रुपये की मजबूती के साथ 74,600 के पार निकल गया है. सोमवार को सोना 74,295 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था.
- Gold and silver prices today on 24-09-2024: Check latest rates in your city
- Gold Short Term Technical Forecast [24 Sep 2024]
- फेड द्वारा और अधिक कटौती की संभावना, मध्य पूर्व में तनाव के कारण सोने में बढ़त जारी
- Copper Extends Gains on Risk-On Sentiment
- Spot Gold Above $2603, Very Strong Next Target $2618——$2640 [Don’t Even Think About Selling It]
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना रिकॉर्ड हाई पर
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना वायदा में जोरदार तेजी है, कॉमेक्स पर सोना वायदा ने 2,664.60 डॉलर प्रति आउंस का नया रिकॉर्ड हाई बनाया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी का फायदा घरेलू बाजार में सोने की कीमतों को मिल रहा है.
MCX पर सोना अपने रिकॉर्ड हाई के बेहद करीब पहुंच चुका है, सोने का रिकॉर्ड हाई 75,128 रुपये प्रति 10 ग्राम है. बीते एक हफ्ते में सोना 1,000 रुपये तक महंगा हो चुका है. जबकि सितंबर के महीने में अबतक सोने के भाव 3,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ चुके हैं.
लेकिन, सोने की कीमतों को मात दी है चांदी की चमक ने. घरेलू बाजार में चांदी 90,000 रुपये प्रति किलो के पार निकल गई है.
MCX पर चांदी वायदा 90,328 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया. हालांकि शुरुआती 1,000 रुपये की तेजी के बाद चांदी अब नीचे आ गई है. पिछले हफ्ते से अबतक चांदी 700 रुपये महंगी हुई है, सितंबर महीने में अतक चांदी 7,800 रुपये प्रति किलो महंगी हो चुकी है.
क्यों महंगा हो रहा है सोना?
फेडरल रिजर्व ने अपनी पिछली पॉलिसी में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी, ट्रेडर्स को उम्मीद है कि फेड 50 बेसिस प्वाइंट कटौती और कर सकता है, जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. डॉलर सस्ता होने की वजह से भी सोने के दाम बढ़ रहे हैं. क्योंकि सोने की कीमत डॉलर में होती है, इसलिए बाकी करेंसीज रखने वाले निवेशकों के लिए ये सस्ता हो जाता है, जिससे ग्लोबल डिमांड्स बढ़ती है, नतीजतन कीमतें भी बढ़ती हैं. साथ ही, जब भी फेड ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोने की कीमतें चढ़ती हैं, क्योंकि बॉन्ड्स और सेविंग्स पर ब्याज दरें कम होती हैं. इसलिए सोना निवेशकों के लिए आकर्षक हो जाता है.
क्या कहते हैं एनालिस्ट्स
जूलियस बेयर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर – वरिष्ठ सलाहकार, उन्मेश कुलकर्णी के अनुसार, सोने के बाजार का ध्यान पूरी तरह से चीनी निवेश मांग और सेंट्रल बैंक की खरीदारी से हटकर अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती पर जाकर केंद्रित हो गया है. उनका कहना है कि निकट अवधि में हम सोने को लेकर पॉजिटिव हैं. कम ब्याज दरों की उम्मीदें वायदा बाजार में ट्रेंड को बढ़ावा दे रही हैं और सुरक्षित निवेश चाहने वालों को फिजिकल मार्केट में वापस लेकर आ रही हैं.
कोटक सिक्योरिटीज में हेड ऑफ रिसर्च ऑफ करेंसी, कमोडिटी एंड इंटरेस्ट रेट्स के SPV अनिंद्य बनर्जी का कहना है कि ट्रेडर्स को उम्मीद है कि शॉर्ट टर्म अस्थिरता के अलावा, मॉनिटरी पॉलिसी में इस ढील से सोना और चांदी दोनों को फायदा होगा, क्योंकि अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है.