मिडिल ईस्ट में टेंशन बढ़ने की वजह से सिर्फ एक दिन में शेयर बाजार से 3 लाख करोड़ रुपए बह गए। इस तनाव की वजह से क्रूड प्राइस 70 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं रुपए की वैल्यू भी 14 नवंबर के बाद सबसे निचले लेवल पर आ गया है।
सोमवार को सेंसेक्स करीब 800 अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने भी 12,000 का मनोवैज्ञानिक लेवल तोड़ दिया है। पिछले 6 महीनों में यह शेयर बाजार की सबसे बड़ी गिरावट है। आज वोलैटिलिटी इंडेक्स 16 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। यह पिछले एक साल में किसी एक दिन में हुई सबसे बड़ी गिरावट है।
BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 153.86 लाख करोड़ रुपए पर आ गया। यह शुक्रवार के बंद भाव 156.87 लाख करोड़ रुपए से 3 लाख करोड़ रुपए कम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान पर जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी जिसके बाद दुनिया भर के बाजार में गिरावट रही। अमेरिका ने पहले ही ईरान के एक सैन्य अधिकारी को मार गिराया है। अमेरिका ने ईरान के एक टॉप जनरल को मार गिराया है जिसके बाद तनाव बढ़ा है। इसके बाद क्रूड और गोल्ड प्राइस में इजाफा हुआ है। गोल्ड प्राइस पिछले 7 साल में सबसे ज्यादा हो गया है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि कंसॉलिडेशन का दौर जारी रहेगा। सोमवार को सेंसेक्स 41000 और निफ्टी 50 12,000 का सपोर्ट लेवल तोड़ दिया।
टॉप निफ्टी गेनर्स: पावर ग्रिड, विप्रो और टाइटन कंपनी।
टॉप निफ्टी लूजर्स: SBI, ज़ी एंटरटेनमेंट, वेदांता, बजाज फाइनेंस में 4-4 फीसदी की गिरावट आई है।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो BSE मेटल इंडेक्स 2.9 फीसदी गिरा है। BSE पब्लिक सेक्टर इंडेक्स 2.6 फीसदी और BSE रियल्टी इंडेक्स 2.5 फीसदी गिरा है।
S&P बैंकेक्स 2.4 फीसदी और निफ्टी बैंक इंडेक्स 832 अंक गिरकर 31,237 पर आ गया है। पिछले 6 महीनों में निफ्टी बैंक की यह सबसे बड़ी गिरावट है।