भारत में गोल्ड की डिमांड कम क्यों हो रही है, यहाँ जानिए

अत्याधिक ऊंची कीमतों के कारण भारत में सोने (Gold) की मांग घट गई है. WGC (World Gold Council) के अनुसार जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान भारत में सोने की मांग (Gold Demand) 16% घटकर 112 टन रह गई. WGC के गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स 2023 की पहली तिमाही में कहा गया है कि 2022 की इसी तिमाही के दौरान कुल सोने की मांग 135 टन थी.

गोल्ड ज्वेलरी (Gold Jewelry) की डिमांड गिरी

WGC की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी और उतार-चढ़ाव के बाद सोने की मांग घटने से गोल्ड ज्वेलरी की मांग भी घटी है, जो साल 2022 की पहली तिमाही के 94.2 टन से घटकर इस साल 2023 में 78 टन रह गई है.

World Gold Council ने गोल्ड पर और क्या कहा

सोमसुंदरम ने कहा कि सोने की कीमतों में तेजी और उतार-चढ़ाव के साथ-साथ फेस्टिव सीजन न होने से कई परिवारों ने कीमतों में गिरावट की उम्मीद में खरीदारी टाल दी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक कारणों खासकर अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी, डॉलर की कीमतों में तेजी और रुपये में गिरावट से सोने की कीमत 60,000 रुपये से ऊपर रही, जो पिछले साल की तुलना में करीब 19% अधिक है.

वैल्यू के बेस पर इस तिमाही में ये 9% घटकर 56,220 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 61,540 करोड़ रुपये थी.

2023 की पहली तिमाही के दौरान कुल ज्वेलरी डिमांड 17% घटकर 78 टन रही है, जोकि पिछले साल इसी तिमाही के दौरान 94.2 टन थी.

तिमाही आधार पर आभूषणों की मांग की वैल्यू 39,000 करोड़ रुपये थी, जो 2022 की पहली तिमाही से 9% कम है, पिछले साल की पहली तिमाही में ये 42,800 करोड़ रुपये थी.

सोने की कीमतों पर World Gold Council (WGC) का अनुमान

सोने की मांग के लिए हमारा पूर्वानुमान 2023 के लिए कम है, भले ही भारत में आर्थिक गति अच्छी बनी हुई है और RBI ने रेट में बढ़ोतरी को रोक दिया है.

World Gold Council रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा संकेत 2023 के लिए 850-900 टन की मांग की ओर इशारा कर रहा है.

सोने की खरीद के लिए सबसे अहम है रुपये की कीमत, जिसके कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. और जो एक रुकावट के रूप में काम करेगा, और मॉनसून हमेशा की तरह चौथी तिमाही में एक आश्चर्य पैदा कर सकता है.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 2023 की पहली तिमाही में कुल निवेश मांग 17 प्रतिशत घटकर 34.4 टन रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 41.3 टन थी.

देश में कुल सोने का रिसाइकल पहली तिमाही में 25% बढ़कर 34.8 टन हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 27.8 टन था.

पहली तिमाही के दौरान कुल नेट बुलियन इंपोर्ट 134 टन था, जो 2022 की इसी अवधि के बराबर था.

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