Fed Policy Result: FOMC की जून पॉलिसी में उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों (interest rate) में कोई बदलाव नहीं हुआ है. दरें फिलहाल 5%-5.25% की रेंज पर कायम रहेंगी.
Fed Policy Today: क्या आज आखिरी होगी ब्याज दरों में बढ़ोतरी, क्या कहते हैं दुनिया भर के इकोनॉमिस्ट: Fed Policy Result: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन आगे दरें बढ़ाने के दिए संकेत- 1 US फेड ने किया ‘पॉज’, लेकिन आगे बढ़ेंगी दरें
- 2 अभी 2 बार और बढ़ सकती हैं ब्याज दरें
- 3 Kotak General Insurance में 51% हिस्सेदारी खरीद सकता है Zurich Insurance Group: Reuters
- 4 आरबीआई ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की
- 5 क्लाइंट फंड्स का बेजा इस्तेमाल करने वालों पर NSE का एक्शन
- 6 RBI ने किया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने की तारीख का ऐलान
- 7 अमेरिकी बाजार में मिला-जुला कारोबार
US फेड ने किया ‘पॉज’, लेकिन आगे बढ़ेंगी दरें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) ने 15 महीने बाद, जून की पॉलिसी में उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. FOMC का ये फैसला सभी सदस्यों की सर्वसम्मति से लिया गया है. दरें फिलहाल 5%-5.25% की रेंज पर कायम रहेंगी लेकिन फेड ने आगे दरों में ‘पॉज’ के नहीं, बल्कि बढ़ोतरी के साफ संकेत दे दिए हैं. फेड के मुताबिक इस साल के अंत तक दरों में 2 बार और बढ़ोतरी की जा सकती हालांकि ये बढ़ोतरी मामूली ही होगी. बैंकिंग संकट के बावजूद, महंगाई से निपटने के लिए US सेंट्रल बैंक ने पिछली बार मई की बैठक में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी. फेड के फैसले के तुरंत बाद S&P 500 इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली. उधर निचले स्तरों से डॉलर में भी रिकवरी आई और 2-साल की ट्रेजरी पर यील्ड मार्च के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं.
Source: U.S. Federal Reserve Statement
अभी 2 बार और बढ़ सकती हैं ब्याज दरें
भले ही फेड रिजर्व ने इस बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की है। लेकिन उसने इस बात के संकेत दिए हैं कि ब्याज दरें इस साल 2 बार और बढ़ सकती हैं। और यह सब कुछ महंगाई के उपर निर्भर करेगा। इसके पहले मई में महंगाई 4 फीसदी दर रही थी। जो कि अप्रैल 2023 के मुकाबले बेहद कम है। अप्रैल में महंगाई दर 4.9 फीसदी के दर थी। अमेरिका में महंगाई में आई कमी के कारण ही फेड रिजर्व ने कर्ज महंगा करने के सिलसिले पर ब्रेक लगाया है। भले ही फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में आगे थोड़ी बढ़ोतरी के संकते दिए हैं। लेकिन 2024 में ऐसा अनुमान है कि अमेरिकी इकोनॉमी में सुधार और महंगाई पर नियंत्रण होने के बाद फेड रिजर्व ब्याज दरों में एक फीसदी तक कमी कर सकता है।
US फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साफ किया कि इस साल दरों में कटौती का तो सवाल ही पैदा नहीं होता और ऐसा FOMC के एक भी सदस्य को नहीं लगता है. उन्होंने ये भी कहा कि महंगाई से निपटने के लिए हर संभव कदम उठाते रहेंगे और डेटा को देखते हुए आने वाले समय में दरों पर उचित फैसला लेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस की कुछ और जरूरी बातें:
- 2% महंगाई के लक्ष्य को हासिल करना एक लंबी प्रक्रिया
- महंगाई से निपटने के लिए दरों में आगे भी बढ़ोतरी करेंगे
- जून में ‘पॉज’ दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी करने के लिए
- कोर इनफ्लेशन का निर्णायक रूप से नीचे आना बेहद जरूरी
Kotak General Insurance में 51% हिस्सेदारी खरीद सकता है Zurich Insurance Group: Reuters
रॉयटर्स ने मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाले से बताया कि ज्यूरिक इंश्योरेंस ग्रुप (Zurich Insurance Group)भारत के कोटक जनरल इंश्योरेंस (Kotak General Insurance) में 51% हिस्सेदारी खरीद सकता है.
ज्यूरिक ने विकल्प के तौर पर 49% हिस्सेदारी खरीदने पर भी चर्चा की है.
कोटक इस ऑफर पर विचार कर रही है, लेकिन वो कंपनी का कंट्रोल अपने पास रखना चाहती है.
ज्यूरिक इंश्योरेंस ग्रुप $400 मिलियन में ये हिस्सेदारी खरीद सकता है.
शुरुआती दौर की बातचीत में कोटक का वैल्युएशन $800 मिलियन बताया जा रहा है.
हालांकि ज्यूरिक के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी मार्केट की ‘अफवाह और अटकलों’ पर प्रतिक्रिया नहीं देती. कोटक जनरल इंश्योरेंस ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
आरबीआई ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की
इसके पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अप्रैल और जून की मौद्रक समीक्षा नीति में ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी। आरबीआई ने रेपो रेट को 6.25 फीसदी पर बरकरार रखा है। इस समय भारत में रिटेल महंगाई दर 25 माह के निचले स्तर पर और थोक महंगाई दर 8 साल के निचले स्तर पहुंच गई है। ऐसे में अगर महंगाई काबू में रही तो आरबीआई ब्याज दरों में कटौती भी कर सकता है।
क्लाइंट फंड्स का बेजा इस्तेमाल करने वालों पर NSE का एक्शन
क्लाइंट फंड्स का बेजा इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए NSE ने फ्रेमवर्क जारी किया.
सर्कुलर के अनुसार, क्लाइंट फंड्स का गलत तरीके से इस्तेमाल करने वाले क्लियरिंग हाउस का 10 करोड़ रुपये या पूरा डिपॉजिट (जो कम हो), NSE क्लियरिंग लिमिटेड में ब्लॉक कर दिया जाएगा.
Source: PTI
RBI ने किया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने की तारीख का ऐलान
RBI ने बुधवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स खरीदने की तारीख जारी कीं. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2023-24 के तहत सीरीज I में 19-23 जून तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स खरीदे जा सकते हैं. ये बॉन्ड्स निवेशकों के पास 27 जून को इश्यू किए जाएंगे.
इसके साथ ही सीरीज II में 11 से 15 सितंबर तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स खरीदे जा सकते हैं, जो 20 सितंबर को इश्यू किए जाएंगे.
आम लोग 1 ग्राम से लेकर 4 किलोग्राम तक के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स खरीद सकते हैं. इसके लिए निवेशकों को 50 रुपये/ग्राम की छूट मिलेगी.
Source: RBI
अमेरिकी बाजार में मिला-जुला कारोबार
बुधवार को अमेरिकी बाजार में मिला-जुला कारोबार नजर आ रहा है.
- डाओ जोंस में 0.35% की गिरावट के साथ 34,093 पर कारोबार
- S&P में 0.15% की मजबूती के साथ 4,375 पर कारोबार
- नैस्डेक में 0.09% की मजबूती के साथ 13,588 पर कारोबार