अमेरिका की दिग्गज फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर (Pfizer) और जर्मनी की बायोटेक कंपनी बायोएनटेक (BioNTech) ने दावा किया है कि उनकी बनाई गई वैक्सीन कोरोना वायरस के इलाज में 90 फीसदी से अधिक असरदार है। कंपनियों का कहना है कि उनकी कोरोना वैक्सीन उन लोगों पर असरदार साबित हुई है जिनमें कोरोना के लक्षण पहले से दिखाई नहीं दे रहे थे। Pfizer के अधिकारियों ने 2020 में ही कोरोनो वायरस वैक्सीन तैयार करके देने की आशा व्यक्त की थी।
फाइजर ने एक बयान में कहा कि आज का दिन मानवता और विज्ञान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारी कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल में सामने आए परिणामों का पहला समूह हमारी वैक्सीन की कोविड-19 वायरस को रोकने की क्षमता को लेकर प्रारंभिक सबूत दर्शाता है। कंपनी के अध्यक्ष और CEO अल्बर्ट बोरला ने एक बयान में कहा कि हमारे तीसरे चरण के ट्रायल के पहले सेट में कुछ ऐसे सबूत मिलने है, जिससे यह पता चलता है कि यह कोरोना वायरस को रोकने में प्रभावी है।
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि आपूर्ति अनुमानों के आधार पर 2020 में वैश्विक स्तर पर 50 मिलियन वैक्सीन खुराक और 2021 में 1.3 बिलियन खुराक तक आपूर्ति करने की उम्मीद है। बता दें कि भारत में सोमवार यानी 9 नवंबर को पिछले 24 घंटों में 45,903 नए कोरोना वायरस के मामले (new covid-19 cases) दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही भारत में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 85,53,657 हो गए हैं।
भारत के अलावा दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर अब 50,860,764 हो गए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या भी 1,263,819 पहुंच गए हैं। इसकी वैक्सीन बनाने का काम तो तेजी से चल रहा है, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर पूरी दुनिया के लोगों को वैक्सीन कब तक मिल पाएगी और यह महामारी कब खत्म होगी। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के देशों को वैक्सीन का लंबे समय से इंतजार है।
दुनियाभर के वैज्ञानिक रिसर्च कर वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) द्वारा तैयार की जा रही कोरोना की वैक्सीन Covaxin जल्द ही देश में लॉन्च हो सकती है।
भारत में फरवरी तक स्वदेशी वैक्सीन Covaxin लॉन्च हो सकती है। कोरोना वायरस के संभावित वैक्सीन Covaxin का निर्माण भारत बायोटेक और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) मिलकर कर रहे हैं। भारत बायोटेक के कोरोना वैक्सीन समय से पहले लॉन्च किए जाने की संभावना है।