स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का जश्न पूरे देश में 15 अगस्त (15 August) को मनाया जाता है. भारत इस बार 73वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2019) मनाएगा. 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों के शासन से आजादी मिलने के बाद से ही 15 अगस्त का लोगों के बीच खास महत्व है.
स्वतंत्रता दिवस (India Independence Day) के दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा (Flag) फहराते हैं. इस दिन को झंडा फहराने के समारोह, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि भारत के राष्ट्रीय ध्वज (Flag of India) को फहराने के कुछ नियम हैं? और इन नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी शख्स पर कार्रवाई हो सकती है. ऐसे में आज हम आपको तिरंगा फहराने से जुड़े नियम और कानून बताने जा रहे हैं.
राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) को फहराने के नियम और कानून
✅ तिरंगा (National Flag) हमेशा सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही फहराया जा सकता है.
✅ झंडे (Flag of India) को कभी पानी में नहीं डुबोया जा सकता, झंडे को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुचाया जाता है. झंडे के किसी भाग को जलाने, नुकसान पहुंचाने के अलावा मौखिक या शाब्दिक तौर पर इसका अपमान करने पर तीन साल तक की जेल या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं.
✅ तिरंगा हमेशा कॉटन, सिल्क या फिर खादी का ही होना चाहिए
✅ तिरंगे को कभी झुकाया नहीं जाता, न ही जमीन पर रखा जाता है. आदेश के बाद ही सरकारी इमारतों पर झंडे को आधा झुकाकर फहराया जा सकता है.
✅ केसरिया रंग को नीचे की तरफ करके तिरंगा फहराना गलत है.
✅ तिरंगे को हमेशा अपने पास की सबसे ऊंची जगह पर फहराना चाहिए.
✅ तिरंगे (Flag) का आकार आयताकार होना चाहिए. इसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 का होना चाहिए.
✅ तिरंगे का इस्तेमाल किसी कार्यक्रम में मेज को ढकने या मंच को सजाने में नहीं किया जाता है.
✅ कभी भी फटा या मैला-कुचैला तिरंगा नहीं फहराया जाता है. झंडा फट जाए, मैला हो जाए तो उसे एकांत में आग में जला देना चाहिए या अन्य किसी तरीके से नष्ट करना चाहिए, ताकि उसकी गरिमा बनी रहे. झंडे को पवित्र नदी में जल समाधि भी दी जा सकती है.
✅ तिरंगे के कपड़े बनाकर पहनना गलत है. तिरंगे को अंडरगार्मेंट्स, रुमाल या कुशन आदि बनाकर इस्तेमाल करना तिरंगे का अपमान है.
Independence Day Speech: स्वतंत्रता दिवस के दिन दें ये भाषण
मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं/देती हूं. मुझे 73वें स्वतंत्रता दिवस पर बोलने का मौका मिला है इसमें मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. आज से ठीक 73 वर्ष पूर्व, हमे आजादी मिली थी. देश की आजादी के संघर्ष की गाथा बहुत बड़ी है और इसका वर्णन कुछ मिनटों में नहीं किया जा सकता है. हर भारतीय के लिए 15 अगस्त का दिन बेहद खास होता है. स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए जो योगदान दिया वो कभी भूलाया नहीं जा सकता. स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों के कारण ही आज हम आजाद हैं. स्वतंत्रता दिवस न केवल ब्रिटिश राज से भारत की आजादी को दर्शाता है, बल्कि यह इस देश की शक्ति को भी दिखाता है.
हमारे वीर योद्धाओं ने कई लड़ाइयां लड़ी और उसके बाद जाकर 15 अगस्त 1947 को हमें आजादी मिली. तब से लेकर आज तक, हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं. आज हमारा देश तेजी से विकास कर रहा है. देश तेजी से तकनीक, शिक्षा, खेल, वित्त, और कई दूसरे क्षेत्रों में विकास कर रहा है जोकि बिना आजादी के संभव नहीं था. परमाणु ऊर्जा में समृद्ध देशों में एक भारत है. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स जैसे खेलों में भारत सक्रिय रुप से भागीदार है. आज भारत का गौरव विश्व में और भी ऊंचा हो गया है. भारत में उद्योग बढ़ रहा है और दुनिया भर की कंपनी यहां निवेश कर रही हैं. शिक्षा के क्षेत्र में भी देश ने नई उचाइयों को छुआ हैं.
भारत के छात्र विश्वभर में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. देश के वैज्ञानिकों की महनत के चलते आज हमने अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. चंद्रयान 2 इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. ऐसे में देश के हर नागरिक को देश की प्रगति को ध्यान में रखकर काम करते रहना चाहिए. क्योंकि ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां भारत को अभी मजबूत होने की जरूरत है. आज हमारे देश की सरकार के पास रोजगार पैदा करने की चुनौती है. ऐसे में हमें एकजुट होकर देश की उन्नति के लिए काम करना चाहिए. मैं आपको अपने भाषण को सुनने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और इसी के साथ एक शायरी पढ़कर मैं अपनी वाणी को विराम देना चाहता हूं/चाहती हूं.
तन हमारा मिसाल है मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवारें नफरत की,
ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिन्दगी इस चमन में…
और भुला न सके कोई भी इसकी खूशबु सातों जनम में…